रूपनाथ ( Rupnath ), कटनी; मध्यप्रदेश

परिचय रूपनाथ ( Rupnath ) मध्य प्रदेश के जबलपुर से उत्तर दिशा में कैमूर पर्वत शृंखला के दक्षिणी छोर पर कटनी जनपद में स्थित है। यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। रूपनाथ : संक्षिप्त परिचय नाम – रूपनाथ ( Rupnath ) स्थिति – कटनी जनपद, मध्य प्रदेश। महत्त्व – अशोक का लघु शिलालेख मिला […]

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भाब्रू या बैराठ या विराटनगर

  भूमिका भाब्रू या बैराठ का प्राचीन नाम विराटनगर मिलता है। यह राजस्थान प्रान्त के जयपुर जनपद में बाणगंगा नदी के तट पर स्थित है। बाणगंगा नदी बैराठ की पहाड़ियों से निकलती है। यह गंभीर नदी की सहायक और यमुना की उपसहायक नदी है। यहीं पर बैराठ सभ्यता पुष्पित-पल्लवित हुई थी। यहाँ ( भाब्रू या

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ऐहोल ( Aihole )

भूमिका ऐहोल ( Aihole ) कर्नाटक प्रांत के बागलकोट जनपद में मालप्रभा नदी के तट पर स्थित है।  इसको मन्दिरों का नगर’ ( Town of Temples ) भी कहा गया है। यहाँ से लगभग ७० मन्दिरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। जैन कवि रविकीर्ति विरचित पुलकेशिन् द्वितीय का ऐहोल अभिलेख भी यहीं से मिलता है।

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एलोरा की गुफाएँ ( Ellora Caves )

भूमिका एलोरा महाराष्ट्र प्रान्त के औरंगाबाद जनपद में स्थित है। यह औरंगाबाद से २९ किलोमीटर उत्तर-पश्चिम और अजन्ता से १३५ किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में है। पास में ही ‘वेलगंगा नदी’ प्रवाहित होती है। यहाँ से मिले उत्कीर्ण अभिलेख के अनुसार इसका प्रचीन नाम ‘एलापुर अंचल’ था। इसका एक अन्य नाम ‘वैरूल’ भी मिलता है। प्राचीन समय

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एरण्डपल्ल ( Erandpalla )

भूमिका एरण्डपल्ल ( Erandpalla or Erandapalla ) की पहचान आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम् जनपद में स्थित इसी नाम के स्थान से की गयी है। एरण्डपल्ल – पहचान और विवाद इतिहासकार फ्लीट ( J.F. Fleet )१ ने एरण्डपल्ल का समीकरण खानदेश के एरण्डोल ( erandol ) नामक स्थान से किया है। के० एन० दीक्षित और वाई०

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एलीफैंटा

स्थिति एलीफैंटा या एलीफेंटा द्वीप ( Elephanta island ) वर्तमान मुम्बई से लगभग १० किमी० पूर्व और मुख्य भूमि से लगभग ३ किमी० पश्चिमी में स्थित है। एलीफैंटा द्वीप का आकार ज्वार के प्रभाव में १० से १६ वर्ग किमी० क्षेत्रफल में घटता-बढ़ता रहता है। इसका पूर्व नाम धारापुरी था जो एक दुर्ग नगर (

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एरण या एरकिण

भूमिका एरण मध्य प्रदेश के सागर जनपद में मालवा के पठार से बहने वाली बेतवा की सहायक बीना नदी के तट पर स्थित है। इसका एक अन्य प्रचीन नाम ‘एरकिण’ भी मिलता है। एरण का संक्षिप्त इतिहास  इसका इतिहास प्रागैतिहासिक काल तक जाता है। यहाँ से चार सांस्कृतिक स्तर मिलते हैं :— एक, ताम्रपाषाणिक संस्कृति

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अमरावती – प्राचीन बौद्ध स्थल

परिचय अमरावती शब्द का अर्थ है – स्वर्ग। इस नाम के कई स्थान हैं – एक, महाराष्ट्र का अमरावती जनपद है; द्वितीय, अभी हाल में विभाजित आंध्रप्रदेश की राजधानी का अमरावती नाम से नवनिर्माण चल रहा और तृतीय, प्राचीन अमरावती स्थल। हम यहाँ पर प्राचीन अमरावती की बात कर रहे हैं। अमरावती का इतिहास अमरावती

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अरिकामेडु या पुडुके

परिचय अरिकामेडु ( Arikamedu ) के पुरावशेष भारत-रोम के व्यापारिक सम्बन्ध पर प्रकाश डालते हैं। यह संघ शासित राज्य पुदुचेरी ( पाण्डिचेरी ) से लगभग ३ किलोमीटर दक्षिण में जिंजी नदी के तट पर स्थित दक्षिण भारत का एक प्रसिद्ध पुरास्थल है। ‘पेरीप्लस ऑफ इरिथ्रियन सी’ में इसका नाम ‘पोडुके या पुडुके’ ( Podouke ) मिलता

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परिवार या कुटुम्ब ( Family ) का उद्भव और विकास

प्रस्तावना परिवार एक पुरातन सामाजिक संस्था है।  सम्भवतः कुटुम्ब जितनी ‘नैसर्गिक’ अन्य कोई सामाजिक संस्था नहीं है। प्रचीन से लेकर अर्वाचीन संसार की सभी सभ्यताओं में कुटुम्ब का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है और रहेगा। इस संस्था का कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता है। यह सामाजिक जीवन की मूलभूत ईकाई है। व्यक्ति और सामाजिक संस्थाएँ एक

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