सांस्कृतिक-ऐतिहासिक स्थल

अश्मक

भूमिका अश्मक षोडश महाजनपदों में से एक था। यह एकमात्र ऐसा महाजनपद था जो कि दक्षिण भारत में स्थित था। इसको अस्सक और अश्वक भी कहते है। इसकी राजधानी पोटिल या पोटलि या पोतन या पोतना नाम से जानी जाती थी। पोतना की पहचान बोधन से की गयी है जो वर्तमान में निज़ामाबाद जनपद, तेलंगाना …

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अवमुक्त

भूमिका अवमुक्त का उल्लेख हमें ब्रह्मपुराण और गुप्त सम्राट समुद्रगुप्त के प्रयाग प्रशस्ति में मिलता है : ब्रह्मपुराण के अनुसार यह गोदावरी नदी के तट पर स्थित था। समुद्रगुप्त के प्रयाग प्रशस्ति के १९वें व २०वें पंक्ति में इसका विवरण सुरक्षित है। अवमुक्त : प्रयाग प्रशस्ति में उल्लेख १९वीं पंक्ति : कौसलक-महेन्द्र-माह[।]कान्तारक-व्याघ्रराज-कौरलक-मण्टराज-पैष्टपुरक-महेन्द्रगिरि-कौट्टूरक-स्वमिदत्तैरण्डपल्लक-दमन-काञ्चेयक-विष्णुगोपावमुरक्तक- २०वीं पंक्ति : …

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अवंति ( Avanti )

भूमिका अवंति या अवन्ति  ( Avanti ) मालवा के पठार पर बसा हुआ महाजनपद काल में १६ महाजनपदों में से एक था। वर्तमान में यह मध्यप्रदेश के अंतर्गत आता है। बुद्धकाल में यहाँ का राजा प्रद्योत था। अवंति : भौगोलिक स्थिति अवंति भारतीय उप-महाद्वीप के मालवा क्षेत्र पर स्थित था। वर्तमान में यह मध्यप्रदेश में …

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अपरान्त

भूमिका अपरान्त प्राचीनकाल में भारतीय उप-महाद्वीप के पश्चिम में स्थित उत्तरी कोंकण को कहा जाता था। अपरान्त ( अपर + अन्त ) का अर्थ है ‘पश्चिम का अंत’ अर्थात् भारतीय उप-महाद्वीप का पश्चिमी भू-भाग। वर्तमान में यह महाराष्ट्र प्रांत में स्थित है। प्राचीन शूर्पारक बंदरगाह अपरांत में ही स्थित था। पुरातन साहित्यों में उत्तरी कोंकण के …

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अफसढ़ ( Aphsad )

 भूमिका अफसढ़ ( Aphsad / Aphsarh ) बिहार प्रांत के नवादा जनपद में स्थित है। पास में ही सिक्री नदी  ( Sikri River ) बहती है। यह नवादा ( Nawada ) जनपद मुख्यालय से उत्तर-पूर्व में लगभग ४६ किलोमीटर और वारिसलीगंज ( Warisaliganj ) से लगभग ९ किलोमीटर उत्तर की दिशा में स्थित है। अफसढ़ …

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अनूप जनपद

भूमिका अनूप जनपद प्राचीन काल में अवन्ति महाजनपद का दक्षिणी भाग था। यह मध्य प्रदेश के खरगौन जनपद में महेश्वर व उसके आसपास भूभाग से मिलकर बनता था। यह नर्मदा नदी के तट पर बसा हुआ था। अनूप जनपद में ही माहिष्मती बसी थी जिसकी पहचान वर्तमान महेश्वर ( खरगोन ) से की जाती है। …

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अहिच्छत्र ( Ahichchhtra )

भूमिका अहिच्छत्र ( Ahichchhtra ) की पहचान उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के आँवला तहसील में स्थित रामनगर से की गयी है। यह उत्तर वैदिक काल में उत्तरी पाञ्चाल की राजधानी थी। महाभारत और पूर्व बौद्ध काल में यह एक प्रसिद्ध नगर था। यह हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म से सम्बन्धित स्थान रहा है। ऐसा …

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बाघ की गुफाएँ

भूमिका बाघ की गुफाएँ और उनमें भित्तिचित्रों का निर्माण गुप्तकाल में किया गया। ये गुफाएँ संख्या में ९ हैं। अजन्ता की गुफा संख्या १६, १७ और १९ एवं बाघ की गुफाएँ समकालीन ( गुप्तकालीन ) हैं। जहाँ एक ओर अजन्ता के भित्तिचित्र धार्मिक विषयों पर आधृत हैं तो दूसरी ओर बाघ के भित्तिचित्रों का विषय …

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अन्हिलवाड़ ( Anhilwara )

भूमिका अन्हिलवाड़ ( Anhilwara ) गुजरात प्रांत के पाटन जनपद में स्थित है। वर्तमान में इसका नाम पाटन या पाटण ( Patan ) है। यह मध्यकाल में गुजरात की राजनीतिक सत्ता का केन्द्र एक लम्बें समय तक रहा है। अन्हिलवाड़ सरस्वती नदी के तट पर बसा है। यहाँ पर यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है …

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अतरंजीखेड़ा ( Atranjikhera )

भूमिका अतरंजीखेड़ा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद में गंगा नदी की सहायक काली नदी के तट पर स्थित एक पुरातात्त्विक स्थल है। अनुश्रुति के अनुसार इस स्थान की नींव राजा बेन ( बेण ) ने डाली थी। यहाँ स्थित टीले की खोज १८६१ – १८६२ ई० में एलेक्जेंडर कनिंघम ने की थी। चीनी यात्री युवानच्वांग …

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