परिचय
रूपनाथ ( Rupnath ) मध्य प्रदेश के जबलपुर से उत्तर दिशा में कैमूर पर्वत शृंखला के दक्षिणी छोर पर कटनी जनपद में स्थित है। यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है।

रूपनाथ : संक्षिप्त परिचय
नाम – रूपनाथ ( Rupnath )
स्थिति – कटनी जनपद, मध्य प्रदेश।
महत्त्व – अशोक का लघु शिलालेख मिला है। भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के कुण्ड ( सरोवर ) स्थित हैं। भगवान शिव को समर्पित रूपनाथ धाम मन्दिर है।
ऐतिहासिक महत्त्व
रूपनाथ से सम्राट अशोक का लघु शिलालेख ( Minor Rock Edit ) मिला है। ऐसी मान्यता है कि मौर्य सम्राट अशोक स्वयं यहाँ आये थे और रुके थे। यहाँ से मिले लघु शिलालेख में उसके द्वारा बौद्ध धर्म के उत्साहपूर्वक प्रचार प्रसार का विवरण सुरक्षित है। यहाँ पर सम्राट के रुकने के लिए किये गये प्रबंध और कई निर्माण के अवशेष आज भी मिलते हैं।
रूपनाथ शिलालेख में जो धर्मादेश अंकित है उससे ज्ञात होता है कि सम्राट अशोक २.५ वर्ष पूर्व बौद्धानुयायी बन चुके थे। संघ के सदस्यों को सम्बोधित इस लेख का उद्देश्य सदस्यों को उत्साही और कर्त्तव्यपरायण बनाना था।
धार्मिक महत्त्व
रूपनाथ से तीन पवित्र कुण्ड मिलते हैं :-
- सीता कुण्ड; यह कैमूर पहाड़ी में सबसे नीचे स्थित है।
- लक्ष्मण कुण्ड; यह कुण्ड कैमूर पहाड़ी में सीता सरोवर और राम सरोवर के मध्य में स्थित है।
- राम कुण्ड; यह सरोवर कैमूर पहाड़ी में सबसे ऊपर स्थित है।
यहाँ पर भगवान शिव को समर्पित पंचलिंगी प्रतिमा है। जिसको ‘रूपनाथधाम मन्दिर’ कहा जाता है। लोक मान्यता के अनुसार जागेश्वरधाम बांदकपुर के लिए भगवान शंकर यहीं से गये थे। लोककथाओं के अनुसार यहाँ पर भगवान शिव ने प्रवास किया था।
पर्यटन स्थल
प्रकृति की गोद में बसा यह स्थान प्राचीन समय से ही आकर्षण का केन्द्र रहा है।
कैमूर पर्वतीय क्षेत्र से घिरा वर्षाकालमें अत्यंत मनोरम हो जाता है। यहाँ पर झरने वर्षाकाल में आकर्षक लगते हैं।
स्वयं सम्राट अशोक यहाँ आये थे और उनका अभिलेख ऐतिहासिक महत्त्व का है।
तीन सरोवर और भगवान शिव का मन्दिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्त्व रखता है।