शाक्त-धर्म की तान्त्रिक विचारधारा
शाक्त-धर्म की तान्त्रिक विचारधारा परिचय पूर्व-मध्यकाल तक आते-आते शाक्त-धर्म पर तान्त्रिक विचारधारा का व्यापक प्रभाव पड़ा। मात्र शाक्त सम्प्रदाय ही नहीं अपितु तत्कालीन सभी धर्मों और मत-मतान्तरों पर तन्त्रवाद का प्रभाव स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है; यथा — वैष्णव, शैव, बौद्ध और जैन धर्म आदि। जैन धर्म में ‘सचिवा देवी’ की उपासना शाक्त […]
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