मथुरा कला शैली
भूमिका कुषाण काल में मथुरा भी कला का प्रमुख केन्द्र था जहाँ अनेक स्तूपों, विहारों एवं मूर्तियों का निर्माण करवाया गया। इस समय तक शिल्पकारी एवं मूर्ति निर्माण के लिये मथुरा के कलाकार दूर-दूर तक प्रख्यात हो चुके थे। दुर्भाग्यवश वर्तमान में वहाँ एक भी विहार शेष नहीं है। परन्तु यहाँ से अनेक हिन्दू, बौद्ध […]