बोधिसत्व

बोधिसत्व

महायान का आदर्श बोधिसत्व है। बोधिसत्व ऐसे व्यक्ति हैं जो निर्वाण प्राप्त कर चुके हैं परन्तु अन्य लोगों के निर्वाण में सहायता करने के लिए आते। बोधिसत्व मानव या पशु किसी भी रूप में हो सकते हैं। कुछ बोधिसत्व निम्न हैं :—

  1. अवलोकितेश्वर – ये प्रधान बोधिसत्व हैं। इनका एक अन्य नाम पद्मपाणि भी है। पद्मपाणि का अर्थ है ‘हाथ में कमल लिए हुए’। इनका प्रधान गुण दया है।
  2. मंजुश्री – इनके एक हस्त में खड्ग और द्वितीय में पुस्तक है। इनका प्रमुख कार्य बुद्धि का प्रखर करना है।
  3. वज्रपाणि – ये कठोर बोधिसत्व हैं। ये असत्य और पाप के संहारक हैं। इनके हाथ में वज्र है इसीलिए इन्हें वज्रपाणि कहते हैं।
  4. क्षितिग्रह – ये शुद्ध स्थानों के अभिभावक है।
  5. अमिताभ – इन्हें संसार के अधिपति के रूप में दर्शाया गया है।
  6. मैत्रेय – ये भावी बोधिसत्व हैं। ये ‘कलश’ धारण किये हुए हैं।

 

गौतम बुद्ध

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